फ़िक्र करने लगा है दिल

तुममें मरने लगा है दिल 


शाम का इंतज़ार करने लगा है दिल 

अजंबियो से ईर्षा करने लगा हैं दिल 


ओरों से जलता हैं

खुदसे लड़ने लगा है दिल 


बातें सुनता रहता हैं सबकी

सबसे डरने लगा हैं दिल 


तुम हँसती हो तो हँसता हैं

चेहरा पढने लगा है दिल 


बारिशों में भीगता हैं हवाओं से बातें करता हैं

दिवानो सी हरकतें करने लगा हैं दिल 


बैठे-बैठें कही खो जाता हैं!

कभी हँसता है कभी रो जाता हैं!


मज़ाक़ बनाता हैं सनी तेरा!

ग़ैर को हसाने लगा हैं दिल!

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